अपकमिंग एपिसोड में देखने के लिए मिलेगा कि जैसी ही बा घर से बाहर निकलती हैं तो वहां अनुपमा पहुंच जाता है।

अनुपमा को देखते ही डिंपल अपनी सफाई लगाने की कोशिश करती है लेकिन वह उसकी आंखों से ही चुप हो जाती है।

इस दौरान अनुपमा कहती है, 'कौन कितना यहां कह सकता है, मैं सब जानती हूं। गलतियां यहां सबसे हुई हैं। मुझसे और मिस्टर वनराज से भी हुई है।

इसका मतलब ये नहीं है कि गलतियां होने पर हम बढ़ों का सम्मान करना बंद कर दे। बढ़ों से ही परिवार बनता है।

हर परिवार का सिंपल फॉर्मूला है बढ़ों प्यार देंगे और छोटे सम्मान देंगे।' ये बात कहकर अनुपमा सीधा डिंपल को करारा जवाब देती है।

सीरियल में आगे देखने के लिए मिलेगा कि अनुपमा बा को भी थोड़ा बदलने के लिए कहेगी। साथ ही वह समर और डिंपी को देखकर कहेगी कि समय बदलने का मतलब ये नहीं है कि बढ़ों का सम्मान करना छोड़ दें।

अनुपमा ये भी कहती है, 'बा जब जब गलत हुई हैं तो हमने उन्हें गलत कहा है। इसी वजह से कान खोलकर सुन लो। ये घर सबसे पहले बा-बापू जी का है।

बढ़े गलत हो सकते हैं लेकिन हमारे लिए भगवान है। हमारे भगवान को अपना नहीं मानना है तो मन मानो। लेकिन घर के बढ़े बुजुर्ग बोझ नहीं होते।

इन सबके बीच अनुपमा साफ शब्दों में कह देती है कि शाह हाउस में जिन्हें रहना नहीं है वो यहां से जा सकता है, लेकिन बा-बापू जी यहां से नहीं जाएंगे।

डिंपल और समर को अलग रहने के लिए कह देगी, ताकि घर में शांति रह सके। वह बा को भी समझाती है कि अगर बेटा-बहू अलग रहना चाहते हैं तो रहने दीजिए।

कम से कम घर में शांति रहेगी और बचा-कुचा प्यार भी बना रहेगा। इसके बाद अनुपमा तोषू को काम करने के लिए कहेगी।