अंगद सीरत को करीब देखकर साहिबा कुर्बानी देने का फैसला करती हैं

लगता है साहिबा उनमें से नहीं है जो घर में बैठकर अपने काम की कुर्बानी देना चाहती है।

साहिबा अपने जुनून और अपनी प्रतिभा के लिए काम करना चाहती हैं क्योंकि वह अपना नाम बनाना चाहती हैं जो उनके लिए प्रसिद्धि है।

अब अंगद साहिबा को घर से बाहर जाकर काम करने नहीं देते।

आगे अंगद अभी भी सीरत से प्यार करता है जब वह गैरी के हाथ से अंगूठी लेता है और सीरत को वही पहनाता है।

सीरत और अंगद की नजदीकियों को देखकर साहिबा एक बड़ा त्याग करने का फैसला करती हैं।

साहिबा अपने प्यार के रास्ते से बाहर निकलने का फैसला करती है जहां वह चाहती है कि सीरत अच्छे इंसान अंगद के साथ अपना जीवन व्यतीत करे न कि गैरी के साथ।

साहिबा अपनी बड़ी इच्छा जल्द पूरी करने के लिए क्या साहिबा की यह इच्छा पूरी होगी?

क्या दार जी अंगद और सीरत की इस शादी को होने देंगे?

यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि फैन फॉलोअर्स के लिए शो में आगे क्या होता है।

तेरी मेरी डोरियां में विजयेंद्र कुमेरिया, हिमांशी पराशर, तुषार ढेमब्ला, रूपम शर्मा, जतिन अरोड़ा और प्राची हदा प्रमुख भूमिकाओं में हैं।